भारत-पाकिस्तान की नियंत्रण रेखा के पास मेंढर सेक्टर में शहीद हुए दो जवानों के शव उनके घर पहुंच गये हैं. इसी के साथ ही पुरे देश में पाकिस्तान की कायराना हरकत के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा उबाल रहा है. पूरा सोशल मीडिया पाकिस्तान के खिलाफ जवाबी करवाई की मांग करता हुआ दिखाई दे रहा है ; सोमवार रात
भारतीय सेना पाकिस्तान की दो सैन्य चौकियों को ध्वस्त करते हुए 7 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया. भलेही राजनेता बड़ी बड़ी बाते कर रहे हो लेकिन जनता विश्वास सिर्फ भारतीय सेना के जवानो पर ही टिका हुआ है. आइये देखते है किस तरह भारत पाकिस्तान के दांत तोड़ सकता है >>>>>>
भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर दिवार बनाकर भारत पूरी तरह घुसपैठ पर लगाम लगा सकता है. दीवार बनाने की. सरकार ने बॉर्डर के उन इलाकों में जहां फेंसिंग नहीं है और नदी और नाले हैं वहां पर इलेक्ट्रानिक सेर्विलॉन्स लगाने के निर्देश दिए हैं. जहां फेंसिंग हैं और ज्यादा खतरनाक एरिया है वहां से अगर आतंकी घुसपैठ करते हैं तो उसके लिए अंडर ग्राउंड सेंसर भी लगाए जाएंगे. भारत नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर इलेक्ट्रॉनिक दिवार खड़ी कर सकता है जिसको लांघना बेहद मुश्किल होगा। नदी नालों के इलाके में लेज़र वाल होगी साथ ही इन्हीं इलाकों में अंडर ग्राउंड वाटर सेंसर लगाए जाएंगे. सीमा के आस-पास इलेक्ट्रो ऑप्टिक सेंसर लगाए जाएंगे. घुसपैठ रोकने के लिए माइक्रो एयरो स्टैट बैलून भी लगाया जाएगा.
भारत सरकार पाकिस्तान को आतंकी राष्ट्र घोषित करके दुनिया में उसे अलग-थलग करने का अभियान चला रही है. हाल में भारत दौरे पर आए अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने पाकिस्तान को परोक्ष युद्ध के लिए आतंकवाद के इस्तेमाल पर खरी-खोटी सुनाई थी. कश्मीर पर पाकिस्तान के परोक्ष युद्ध का जवाब भारत की ओर से बलूचिस्तान मामले पर हवा देकर दिया जा सकता है. लेकिन अभीतक केंद्र की मोदी सरकार को इसमें कोई कामयाबी नहीं मिली है. हालांकि भारतीय मिडियाने इस मुद्दे को हवा देनेकी कोशिश की लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. इसके अलावा गिलगित-बालटिस्तान और पीओके में पाकिस्तान के खिलाफ उठ रही आवाजों को समर्थन देकर भी पाकिस्तान को काबू में किया जा सकता है. 1971 के युद्ध में पाकिस्तान को बांग्लादेश खोना पड़ा था.
कश्मीर में पाकिस्तान की अलगाववादी कोशिशों को घाटी में कश्मीरी पंडितों को बसाकर विफल किया जा
सकता है. जम्मू-कश्मीर की पीडीपी सरकार केंद्र की मोदी सरकार की कश्मीरी पंडितों के लिए अलग क़लोनी बनाने की मांग का विरोध करती रही है. बात नहीं बनते देख केंद्र जम्मू-कश्मीर में गवर्नर रूल लगाकर कश्मीरी पंडितों के लिए परियोजनाओं पर काम कर सकता है. चूँकि भाजपा कश्मीर में सरकार में है इसलिए वह ऐसे किसी मुद्दे पर ज्यादा जोर नहीं दे सकती।
गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा पर फिर से तनाव है. सोमवार को पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम ने मेंढर में मोर्टार दागे और शहीद हुए 2 भारतीय जवानों के शव के साथ बर्बरता की. पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम ने भारतीय सीमा में 250 मीटर घुसकर जवानों के शव को छत-विक्षत किया. इसके बाद इंडियन आर्मी को सरकार की ओर से खुली छूट दी गई और भारतीय सेना ने करारा जवाब देते हुए पाकिस्तान की दो सीमा चौकियों को ध्वस्त कर दिया और 7 पाकिस्तानी सैनिकों को ढेर कर दिया.
इससे पहले कुलगाम में आतंकी हमला हुआ, इसी हफ्ते कुपवाड़ा में सेना के बेस पर आतंकी हमला हुआ. कश्मीर में पाक-प्रायोजित पत्थरबाजी की घटनाओं में तेजी आती दिखी और आतंकियों के नए वीडियो से कश्मीर में दहशत फैलाने की कोशिश तेज होती दिखी.
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